रोहित शर्मा आखिरी बार बतौर टेस्ट क्रिकेटर भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे में नज़र आए.
इस टूर में जब उन्होंने सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पांचवें टेस्ट से खुद को बाहर रखा तो इसकी भी खूब चर्चा हुई.
एक कप्तान ने ख़ुद को प्लेइंग 11 से बाहर रखा हो इसकी मिसाल टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहले सिर्फ एक बार देखने को मिली थी. रोहित के इस फ़ैसले की सराहना और आलोचना दोनों हुईं.
लेकिन कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि यह फ़ैसला केवल रोहित के व्यक्तित्व जैसा क्रिकेटर ही ले सकता था. जिसके अंदर आत्म सम्मान और निस्वार्थ भाव दोनों हों और उसमें फ़ैसले लेने की क्षमता भी हो. इसके बाद से रोहित शर्मा के टेस्ट से रिटायर होने की अफ़वाहें उड़ती रहीं.
