– मोहम्मदपुर गौंती के लाल ने हुसैनगंज में संभाला मोर्चा, कार्यकर्ताओं में दौड़ी नई ऊर्जा
– सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव की जमीनी मेहनत से बदली फिजा
– एसआईआर मुद्दे को जन – जन तक पहुंचाते हुए पीडीए प्रहरी की निभा रहे भूमिका
फतेहपुर। जनपद की राजनीति में इन दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) के भीतर एक नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। विशेष रूप से हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र में सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव, अब्दुल राफ़े की बढ़ती सक्रियता ने पार्टी संगठन को नई धार दी है। मूल रूप से जनपद की खागा तहसील के मोहम्मदपुर गौंती निवासी अब्दुल राफ़े पुत्र अब्दुल काफ़ी (वरिष्ठ सपा नेता) ने अपनी गृह तहसील के साथ-साथ अब हुसैनगंज में भी मोर्चा संभाल लिया है।
माटी से जुड़े नेता की जमीनी पकड़
अब्दुल राफ़े, जो कि मोहम्मदपुर गौंती के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते हैं, की पहचान एक ऐसे नेता के रूप में है जो जमीन से जुड़े हुए हैं। खागा क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ तो है ही, लेकिन जिस तरह से उन्होंने बीते कुछ समय में एसआईआर अभियान को लेकर हुसैनगंज विधानसभा में जनसंपर्क अभियान चलाया है, उसने विरोधियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि राफ़े साहब का “लोकल कनेक्ट” और बेबाक अंदाज आम जनता को खूब भा रहा है।
संगठन और पीडीए (PDA) को कर रहे मजबूत
हुसैनगंज विधानसभा में अब्दुल राफ़े केवल चुनावी मौसम के नेता नहीं, बल्कि हर सुख-दुःख के साथी के रूप में उभर रहे हैं। वे लगातार पार्टी के ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को धार देने में जुटे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल राफ़े गांवों में जाकर न केवल अल्पसंख्यक समुदाय, बल्कि सर्वसमाज के लोगों के साथ बैठकें कर रहे हैं। उनका पूरा जोर बूथ कमेटियों को सक्रिय करने और निष्क्रिय पड़े कार्यकर्ताओं को मुख्यधारा में लाने पर है।
युवाओं और कार्यकर्ताओं में भरा जोश
हुसैनगंज के स्थानीय सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब्दुल राफ़े भाई के सक्रिय होने से हमें एक मजबूत नेतृत्व का अहसास हो रहा है। वे अपनी ही माटी (फतेहपुर) के बेटे हैं, इसलिए वे जिले की और हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को बारीकी से समझते हैं। उनकी कार्यशैली ने युवाओं को पार्टी की ओर आकर्षित किया है। शिक्षा, रोजगार और क्षेत्र के विकास के मुद्दों पर उनकी स्पष्ट राय और संघर्ष करने का जज्बा संगठन के लिए संजीवनी का काम कर रहा है।
भविष्य के संकेत
फतेहपुर जनपद की मोहम्मदपुर गौंती से निकलकर प्रदेश स्तर पर पहचान बनाने वाले अब्दुल राफ़े की हुसैनगंज में यह सक्रियता आगामी चुनावों के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि उनकी यह सक्रियता इसी तरह जारी रही, तो हुसैनगंज में समाजवादी पार्टी का किला और अभेद्य हो जाएगा।
