– विकास भवन सभागार में आयोजित हुआ किसान दिवस
फतेहपुर। विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। बैठक का संचालन उप कृषि निदेशक सत्येन्द्र सिंह द्वारा किया गया, जिसमें जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों ने भाग लिया।
कृषि योजनाओं व मृदा प्रबंधन पर दी गई जानकारी
उप कृषि निदेशक ने किसानों को शासन की लाभार्थीपरक योजनाओं की जानकारी देते हुए मृदा परीक्षण, गोबर की खाद के प्रयोग, जल संचयन एवं मृदा प्रबंधन अपनाने की अपील की। साथ ही फार्मर रजिस्ट्री कराने तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए भू-अंकन, ई-केवाईसी एवं एनपीसीआई समय से पूर्ण कराने पर जोर दिया गया। उद्यान निरीक्षक सुनील कुमार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत टिश्यू कल्चर केला, आम, अमरूद व पपीता पर मिलने वाले अनुदान की जानकारी दी। उन्होंने लहसुन, मिर्च, प्याज और हल्दी जैसी मसाला फसलों की खेती, बागवानी अवसंरचना विकास, सब्जी उत्पादन, स्प्रिंकलर सिंचाई तथा मिश्रित खेती से अधिक आय के उपाय बताए। जिला कृषि अधिकारी नरोत्तम कुमार ने बताया कि रबी सत्र के लिए जनपद में पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध है और जोत के आधार पर वितरण किया जा रहा है। उन्होंने उर्वरक विक्रेताओं को टैगिंग न करने व निर्धारित दर पर ही बिक्री के निर्देश दिए तथा अधिक मूल्य वसूली पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। किसान रमाकान्त पाण्डेय ने राजकीय नलकूप के झुके विद्युत पोलों को दुरुस्त कराने की मांग की। त्रिवेणी शंकर ने किसान क्रेडिट कार्ड खाते को संचालित कराने का मुद्दा उठाया। वहीं प्रगतिशील कृषक रणविजय सिंह ने जिला गन्ना अधिकारी की अनुपस्थिति से हो रही दिक्कतों को बताते हुए गन्ना समिति का मुख्यालय फतेहपुर में स्थापित करने की मांग रखी। मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की सभी शिकायतों का मौके पर जाकर गुणवत्ता परक निस्तारण करें। जिन मामलों का तत्काल समाधान संभव न हो, उनमें समय-सीमा तय कर किसानों को अवगत कराया जाए। उन्होंने किसानों के फोन हर हाल में रिसीव करने के निर्देश भी दिए।
कार्यक्रम में कृषि, उद्यान, सहकारिता, पशुपालन, विद्युत, सिंचाई विभाग के अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक तथा भारतीय किसान यूनियन व अन्य किसान संगठनों के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
