– अपर जिलाधिकारी डॉ० अवनीश त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई बैठक
फतेहपुर। विकास भवन सभागार में अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) डॉ० अविनाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान सत्येन्द्र सिंह, उप कृषि निदेशक द्वारा बैठक का संचालन करते हुए गत बैठक में आयी शिकायतों के अनुपालन के सम्बन्ध में कृषकों को अवगत कराते हुए शासन की लाभार्थीपरख योजनाओं की जानकारी देते हुए धान नर्सरी की समय से रोपाई करने, जिप्सम के उपयोग, समय-समय पर कृषकों के मृदा परीक्षण कराने, गोबर की खाद का प्रयोग करने, जल संचयन करने एवं मृदा प्रबन्धन, मृदा नमूना लेते हुए कृषको से मृदा परीक्षण को कराने हेतु कृषकों से अपील की गयी।
डा० रमेश पाठक, जिला उद्यान अधिकारी द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत टिशूकल्चर केला, आम, अमरूद एवं पपीता पर देय अनुदान तथा उन्नतशील खेती किये जाने हेतु कृषकों को जागरूक करते हुए तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। मसाला की खेती तथा आच्छादन क्षेत्र विस्तार हेतु लहसुन, मिर्च, प्याज, एवं हल्दी की खेती करने हेतु कृषको को अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा मसालों की खेती हेतु इकाई लागत 30 हजार रुपए प्रति हे० का 40 प्रतिशत अनुदान प्रति हे० विभाग द्वारा अनुमन्य है, कृषक अधिक से अधिक संख्या में मसालों की खेती कर योजना का लाभ एवं अनुमन्य अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही बागवानी अवसंरचना विकास व फल क्षेत्र विस्तार हेतु ईकाई की अधिकतम लागत एवं अनुदान के बारे में कृषकों को अवगत कराया गया। इसके साथ ही कृषकों को उद्यान विभाग की नर्सरी से सब्जी की खेती करने वाले इच्छुक कृषकों को प्रति पौध 2.40 रूपये देकर पौध प्राप्त कर सब्जी की उन्नतिशील खेती करने व स्प्रिंकलर सेट के माध्यम से फसल की सिंचाई करने तथा लतावर्गीय सब्जी की फसल के साथ अन्य सब्जी की खेती कर कम लागत व श्रम में अधिक उत्पादन व अधिक आय प्राप्त करने की जानकारी दी गयी।
गोपाल कृष्णा, अग्रणी जिला प्रबन्धक द्वारा कृषकों से अधिक से अधिक संख्या में किसान क्रेडिट कार्ड को बनवाये जाने की अपील की गयी। इसके साथ मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, स्वर्ण त्रऋण आदि के बारें में कृषकों को जानकारी उपलब्ध करायी गयी। राहुल शर्मा, जिला प्रबन्धक, फसल बीमा (यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेश कं०लि०) द्वारा फसल बीमा का उद्देश्य एवं उसके लाभ के बारे में कृषकों को विस्तार से बताया गया। इसके साथ ही फसल बीमा के अर्न्तगत क्षति की शिकायत हेतु टोल फ्री नम्बर 14447 पर फसल क्षति के 72 घण्टे के अन्दर शिकायत दर्ज कराने की जानकारी कृषकों को दी गयी। डा० वेदवृत गंगवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा पशुपालन विभाग में संचालित योजनाओं यथा- भेडपालन, बकरी पालन, पशुपालन आदि योजनाओं की विस्तृत जानकारी कृषको को उपलब्ध कराये जाने के साथ कृषकों से नियमित रूप से पशुओं को पेट की कीडे की दवा को खिलाये जाने की अपील की गयी, इसके साथ ही वर्षा ऋतु में गलाघोटू का पशुओं में टीकाकरण कराये जाने एवं नवम्बर माह में खुरपका एवं मुंहपका रोग निवारण हेतु टीकाकरण को कराये जाने की अपील की गयी।
अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) ने अग्रणी जिला प्रबन्धक को फसल बीमा के ऐच्छिक होने की सूचना तथा प्रीमियम कटौती की सहमति पत्र कृषकों द्वारा खरीफ एवं रबी फसली सत्र के अन्तिम तिथि तक अनिवार्य रूप से बैकों को उपलब्ध कराये जाने की सूचना का बैनर अथवा सूचना पट्ट पर हिन्दी भाषा में बडे अक्षरों में लिखाकर जनपद की समस्त बैंको में लगाया जाने हेतु निर्देशित किया गया, ताकि कृषकों के मध्य फसल बीमा योजना की अधिक से अधिक जानकारी हो सके। इसके साथ ही खरीफ फसलों की रोपाई के दौरान जनपद के निजी एवं सहकारिता क्षेत्र के प्रतिष्ठानों द्वारा उर्वरकों को निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर विक्रय करने, उर्वरक लेने वाले कृषकों को नैनो यूरिया एवं नैनो डी०ए०पी० लेने हेतु बाध्य करने, कृषकों के द्वारा इन प्रतिष्ठानों से क्रय किये गये कृषि निवेशों की पावती सम्बन्धित प्रतिष्ठानों के द्वारा उपलब्ध न कराये जाने आदि की शिकायतों के क्रम में जिला कृषि अधिकारी व सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता को निर्देशित किया गया कि जनपद के समस्त बीज, उर्वरक, कृषि रक्षा रसायन के निजी एवं सहकारिता क्षेत्र के समस्त बफर, थोक, निजी विक्रेता / प्रतिष्ठानों को कृषकों को विक्रीत कृषि निवेशों की पावती उपलब्ध कराये जाने, बीज, उर्वरक, कृषि रक्षा रसायनों के शासन द्वारा निर्धारित दर के सापेक्ष अधिक दर विक्रय न करने व दरों को वाल पेन्टिंग के माध्यम से प्रत्येक फर्म / प्रतिष्ठानों पर प्रतिदिन स्टाकवार दरों को अंकन करने तथा उर्वरक लेने वाले कृषकों को नैनो यूरिया एवं नैनो डी०ए०पी० लेने हेतु कदापि बाध्य न किये जाने के सम्बन्ध में तत्काल आवश्यक कार्यवाही करते हुए उक्त दिशा निर्देश निर्गत कर जनपद के समस्त निजी एवं सहकारिता क्षेत्र के प्रतिष्ठानों को उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में उपस्थित कृषकों को अपर जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि यदि किसी उर्वरक विक्रेता द्वारा निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री की जाती है तो उसकी शिकायत जिला कृषि अधिकारी अथवा उनके दूरभाष नम्बर 9454417589 पर की जा सकती है। उन्होंने किसान दिवस में उपस्थित समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कृषकों द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे शिकायती प्रार्थना पत्रों का गुणवत्ता परख निस्तारण मौके पर जाकर करे एवं शिकायतकर्ता को मौके पर बुलाकर समस्या का निराकरण करायें तथा जिन शिकायतों का निराकरण तत्काल सम्भव नहीं है उनमें एक टाइम निर्धारित कर कृषकों को अवगत कराकर निर्धारित समय सीमा के अन्दर शिकायतों का निराकरण करायें। इसके साथ कृषकों के फोन को प्रत्येक दशा में रिसीव किये जाए एवं उनके द्वारा बतायी जा रही समस्याओं का संज्ञान लेकर गुणवत्ता परख निस्तारण कराये ताकि कृषकों में असंतोष का भाव व्याप्त न हो। कृषि व उद्यान विभाग की योजनाओं तथा फसल बीमा योजना की जानकारी हेतु किसान दिवस में उपस्थित कृषकों को पम्पलेट वितरित कर कृषकों को जागरूक किया गया एवं उप कृषि निदेशक द्वारा बैठक में उपस्थित कृषकों से अपील की गयी कि कृषि एवं उद्यान विभाग की अनुमन्य सुविधाओं की जानकारी को अधिक से अधिक कृषकों के मध्य साझा करें ताकि जनपद के अधिक से अधिक कृषक लाभान्वित हो सके।
इस अवसर पर सत्येन्द्र सिंह, उप कृषि निदेशक, प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी एवं वन्य जीव प्रभाग, जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, बिन्दकी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत प्रथम, अधिशाषी अभियन्ता, विद्युत द्वितीय, एस०डी०ओ० विद्युत असोथर, अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई व निचली गंगा नहर, अग्रणी जिला प्रबन्धक, सहायक अभियन्ता, विद्युत कार्यशाला, डॉ जगदीश किशोर, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहपुर गन्ना पर्यवेक्षक, जिला प्रबन्धक, फसल बीमा सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं उपस्थित हुए।
विकास भवन में आयोजित हुआ किसान दिवस, किसानों के हित में हुई चर्चा
