मृतक लेखपाल के परिजनों की मांगों को लेकर डीएम से मिला कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल



– लेखपाल की मौत पर कांग्रेस सख्त, न्याय की उठी जोरदार मांग

फतेहपुर। बिंदकी तहसील में एसआईआर कार्य में लगे खजुहा निवासी लेखपाल सुधीर कुमार कोरी की 25 नवंबर को हुई आत्महत्या के बाद उनके परिवार की मदद के लिए कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी रवींद्र सिंह से मिला। कांग्रेस नेताओं ने मृतक के माता-पिता और बहन के लिए आर्थिक एवं सरकारी सहायता की मांग करते हुए डीएम को एक मांग पत्र सौंपा।
मांग पत्र में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मृतक लेखपाल की बहन को सरकारी नौकरी दी जाए, परिवार की त्वरित मदद के लिए एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए एवं जिन अधिकारियों पर मृतक को प्रताड़ित करने का आरोप है, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस जिला अध्यक्ष महेश द्विवेदी ने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन की संवेदनहीनता सामने आई है। उन्होंने बताया कि मृतक की बहन ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को बताया कि अंतिम संस्कार के बाद कोई अधिकारी परिवार से मिलने नहीं आया जबकि डीएम ने कहा कि उन्होंने परिवार से बात की है। साथ ही जिला अध्यक्ष ने कहा कि इससे साफ है कि प्रशासन इस घटना को गंभीरता से नहीं ले रहा। इसके बाद कांग्रेस शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा ने कहा कि चुनाव आयोग की सिर्फ 19 दिनों में एसआईआर पूरा करने की सख्त हिदायत कर्मचारियों पर भारी दबाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि इस वजह से कर्मचारियों की जान जा रही है, लेकिन भाजपा सरकार आम लोगों और कर्मचारियों की परेशानियों की ओर ध्यान नहीं दे रही। शहर अध्यक्ष ने आगे बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि लेखपालों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को पूरा समर्थन दिया जाए और हर स्तर पर उनके साथ खड़े रहें।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल में श्रवण गौड़, संतोष कुमारी शुक्ला, सुधाकर अवस्थी, मणि प्रकाश दुबे, आशीष गौड़, देवी प्रकाश दुबे, राम नरेश महाराज, बीरेंद्र गुप्ता, आदित्य श्रीवास्तव, नीलम द्विवेदी, अभय शुक्ला, आनंद सिंह गौतम, राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव और नफीस खान सहित कई अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे हैं।