– दिव्यांगता के प्रकार, सुविधाओं और नामांकन पर विस्तृत चर्चा
– बालिकाओं को 2000 व बालकों को 6000 रुपए वार्षिक अलाउंस की जानकारी
फतेहपुर। प्राथमिक विद्यालय नवाबगंज, शिक्षा क्षेत्र हथगाम में समेकित शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों के लिए परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में संदर्भ दाता अजमेर सिंह और सूर्यमणि गुप्ता ने दिव्यांगता के विभिन्न प्रकारों, उनकी पहचान और विद्यालय में नामांकन एवं ठहराव के महत्व पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
शिक्षा क्षेत्र हथगाम के खंड शिक्षा अधिकारी नरेंद्र सिंह के निर्देशन में संपन्न इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य सुधांशु ने कहा कि दिव्यांग बच्चों की समय पर पहचान, स्कूल में नामांकन और नियमित उपस्थिति बेहद आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि दिव्यांग बच्चों के यूआईडी कार्ड, कैलीपर, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र जैसी आवश्यक सुविधाओं का लाभ आसानी से उपलब्ध है। संदर्भ दाताओं ने अभिभावकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपने दिव्यांग बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें, क्योंकि शासन द्वारा ऐसी बालिकाओं को 2000 रुपये वार्षिक स्टाइपेंड, जबकि बालकों को 6000 रुपये एस्कॉर्ट अलाउंस प्रदान किया जाता है। यह सहायता उनके शैक्षिक एवं सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभाती है। ज्ञात हो कि शासन द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए पढ़ाई, खेल, मनोरंजन और मनोवैज्ञानिक सहयोग हेतु विशेष संसाधन केंद्र संचालित किए जा रहे हैं तथा समय-समय पर ऐसे परामर्श कार्यक्रम आयोजित कर अभिभावकों को जागरूक किया जाता है। गुरुवार को आयोजित यह बैठक दिव्यांग बच्चों की शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुई।
कार्यक्रम में अवधेश कुमार, राम बाबू, रमेश कुमार, मनोज कुमार, शिव बाबू, भिक्खू, श्याम बाबू सहित 50 से अधिक अभिभावक उपस्थित रहे।
