- खागा तहसील में स्टांप वेंडरों की मनमानी
- वेंडर जंग बहादुर द्वारा किया जा रहा जनता का दोहन
- खागा तहसीलदार ने कही कार्यवाही की बात
खागा – फतेहपुर। देश में युद्ध का तनाव नजर आ रहा है और देशवासी ऑपरेशन सिंदूर देखने और सेना का शौर्य बढ़ाने में जुटा है ऐसे में आपदा में अवसर को कुछ लोग चरितार्थ करने में जुट हुए हैं जिससे भ्रष्टाचार पर खुली लूट साफ बढ़ती नजर आ रही है।
फतेहपुर जनपद के खागा तहसील में स्टांप वेंडरों ने लूट मचा रखी है जिसका परिणाम यह है कि 10 रुपए का बिकने का ई स्टांप यहां के वेंडर्स नोटरी टिकट लगाकर सीधे 30 रुपए वसूल रहे हैं ऐसे में आम जनमानस इस खुली लूट और भ्रष्टाचार का शिकार होता नजर आता है। इस प्रकरण में अधिवक्ताओं का कहना रहा है कि हम लोग यदि विरोध करते हैं तो स्टांप वेंडर स्ट्राइक (हड़ताल) पर जाने की धमकी देते हैं जिससे सारे काम ठप होने के डर से खामोश रहते हैं।
वैसे अधिकांश जगह पर स्टांप पेपर की किल्लत है। इस वजह से उसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है। स्टांप के लिए लोगों को दो से तीन गुना अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। 10 रुपये का स्टांप पेपर 30 रुपये में बिक रहा है। इसके अलावा 50 और 100 रुपये वाले स्टांप की कीमत भी अधिक वसूली जा रही है। दरअसल, शपथपत्र बनवाना हो या अन्य कोई लिखा-पढ़ी करनी हो, हर कहीं स्टांप पेपर की जरूरत पड़ती है। ऐसे में स्टांप पेपर की कमी बताकर 10 रुपये वाला स्टांप पेपर 30 रुपये में बेचा जा रहा है। वहीं ई स्टांप व्यवस्था भी लोगों को राहत नहीं दे पा रही है। और वेंडर्स मजबूरी का फायदा उठाते हैं और खुली लूट करते हैं।
ये सारा प्रकरण खागा में स्थित वेंडर (एसीसी) जंग बहादुर की दुकान का है जिसका लाइसेंस नंबर 37 है।
इस प्रकरण में खागा तहसीलदार ईवेन्द्र कुमार ने कहा कि मामले का संज्ञान लेते हुए वेंडरों को बुलाया जाएगा और हिदायत दी जाएगी अन्यथा कार्यवाही भी की जाएगी।
