आजमगढ़। पूर्वांचल किसान यूनियन, सोशलिस्ट किसान सभा, NAPM द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे हमीरपुर, फूलपुर आजमगढ़ में किसान पंचायत का आयोजन किया गया.
पूर्वांचल किसान यूनियन महासचिव वीरेंद्र यादव ने कहा कि ग्राम सभा के विरोध के बावजूद प्राइवेट कम्पनी द्वारा बायो सीएनजी प्लांट लगाने के सवाल पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया. सरकार पूजीपतियों के साथ मिलकर किसानों व गांव सभा की जमीनों को हड़पना चाहती है. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे का किसान अब एक इंच जमीन देने को तैयार नहीं यह बात सरकार को समझ लेना चाहिए.
सोशलिस्ट किसान सभा महासचिव राजीव यादव ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बन गया और टोल वसूली चालू है लेकिन आज तक बहुत से किसानों को मुआवजा तक नहीं मिला. भूमिहीनों को जो पटट्टे की जमीन मिली थी उसको एक्सप्रेस रुपी विकास ने छीनकर उन्हें फिर से भूमिहीन बना दिया. जो विकास हमको भूमि के मालिक से भूमिहीन बना दे वह विकास नहीं विनाश है. विकास के नाम पर ग्राम सभा की जमीनों को सरकारी जमीन कहकर छीन लिया गया. आद्योगिक पार्क, कम्पनियों के नाम पर हर दिन हो रहे सर्वे और जमीन छीनने के खेल ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है. सरकार को जानना चाहिए की किसानी से ज्यादा रोजगार कोई नहीं दे सकता. बहुफसली खेती वाली जमीनों के बीच किसी भी प्रकार का उद्योग खेती को नुकसान पहुंचाएगा. भूमि, जल, पर्यावरण, जीवन सबको संकट में डालेगा.
राष्ट्रीय बांस शिल्पी महासंघ के अध्यक्ष संतोष धरकार ने किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोई भी प्लांट जमीन के जल का दोहन करेगा तो आसपास के जलस्तर पर प्रभाव पड़ेगा. सरकार विकास करना चाहती है तो भूमिहीनों को जमीन दे.
किसान पंचायत में राष्ट्रीय बांस शिल्पी महासंघ के अध्यक्ष संतोष धरकार, सोशलिस्ट किसान सभा महासचिव राजीव यादव, किसान एकता समिति के महेन्द्र यादव, हरेंद्र, दिनेश मास्टर, अधिवक्ता विनोद यादव, अवधेश यादव, श्याम सुंदर मौर्या, राम अवतार गुप्ता ने सम्बोधित किया.
