भाजपा में न वाद है, न परिवारवाद और न जातिवाद: पंकज चौधरी

– नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष का पहला संबोधन, संगठन को बताया सर्वोपरि

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी (केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री) ने अपनी नियुक्ति के बाद पहले संबोधन में संगठन और कार्यकर्ताओं को सर्वोपरि बताते हुए स्पष्ट कहा कि भाजपा में न कोई वाद है, न परिवारवाद और न ही जातिवाद। उन्होंने कहा कि पार्टी की ताकत उसका कार्यकर्ता है और संगठन की मजबूती उसी से तय होती है।
प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने कहा, “मैं सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि आप मेरे लिए सर्वोपरि हैं। मैं आपके लिए लड़ूंगा, अडूंगा और आपकी बात भी सुनूंगा।” उन्होंने संगठन की बुनियादी जरूरतों को रेखांकित करते हुए कहा कि कार्यालय, कार्यक्रम, कार्यकर्ता और कोष—ये चार स्तंभ संगठन के लिए सबसे जरूरी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य शासन करना नहीं, बल्कि अपनी भूमिका निभाना है। “मुझे रूल नहीं करना है, रोल अदा करना है। संगठन, संपर्क, संवाद और समन्वय मेरे मूल मंत्र होंगे,” उन्होंने कहा। साथ ही उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि संगठन में सभी कार्यकर्ताओं के अनुभवों का पूरा उपयोग किया जाएगा।
पंकज चौधरी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सोच को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धरातल पर उतारा है और आज सरकार की योजनाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पहले गोरखपुर का नाम सुनते ही लोग पीछे हट जाते थे, लेकिन योगी जी के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों से अब पूरे प्रदेश को सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश का कायाकल्प किया है। अपने पहले संबोधन में पंकज चौधरी ने स्पष्ट संकेत दिया कि आने वाले समय में संगठन को और अधिक मजबूत, संवादशील और समन्वित बनाना उनकी प्राथमिकता होगी।