शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, मौलाना यासूब की मुहर्रम में सुनिश्चित करने की अपील

लखनऊ। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजकर देशभर में आगामी मुहर्रम के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था और जरूरी प्रशासनिक तैयारियों को सुनिश्चित करने की अपील की है। बोर्ड ने आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री सभी राज्यों को आवश्यक निर्देश जारी करें, जिससे मुहर्रम के दौरान निकलने वाले जुलूसों और मजलिसों का आयोजन शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से किया जा सके।
यह पत्र बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना साएम मेंहदी नक़वी और राष्ट्रीय महासचिव मौलाना यासूब अब्बास द्वारा संयुक्त रूप से लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि मुहर्रम, खासतौर पर हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) और उनके 72 साथियों की शहादत की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने कर्बला में मानवता और इंसानियत के लिए अपना बलिदान दिया। जिसमे 6 माह के बच्चे की शहादत भी शामिल है।
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा, “मुहर्रम केवल शिया समुदाय  नहीं, बल्कि इसको हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी मज़हबों के लोग मानते हैं।” मुहर्रम अत्याचार के ख़िलाफ़ संघर्ष और अमन, इंसाफ़ और इंसानियत का पैग़ाम है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 27 जून 2025 से मुहर्रम शुरू हो रहा है और देशभर में 7 से 8 करोड़ शिया मुसलमान इस मौके पर ताज़िये, जुलूस और मजलिसों का आयोजन करेंगे।
बोर्ड ने पत्र में मुहर्रम के जुलूसों को पारंपरिक मार्गों से निकालने, सुरक्षा व्यवस्था मज़बूत करने, जर्जर रास्तों की मरम्मत, साफ-सफाई, गर्मी को ध्यान में रखते हुए पानी के टैंकों और छिड़काव की व्यवस्था करने की मांग की है।
इसके अलावा, ऊँचे ताज़ियों के कारण बिजली के तारों से करंट लगने की घटनाओं को रोकने के लिए बिजली विभाग को समय रहते जरूरी कदम उठाने को कहा गया है।
बोर्ड ने विशेष रूप से लखनऊ सहित देशभर की मातमी अंजुमनों द्वारा आयोजित की जाने वाली रात-भर चलने वाली मजलिसों और नौहा-ख्वानी में शामिल बुजुर्गों, बच्चों और युवाओं के लिए प्रशासनिक सहायता और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की अपील की है।
मौलाना यासूब अब्बास ने दोहराया, “हम प्रधानमंत्री महोदय से निवेदन करते हैं कि वह सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और ज़िला प्रशासन को निर्देशित करें ताकि मुहर्रम का यह पवित्र समय शांति, सम्मान और गरिमा के साथ पूरा हो।

बोर्ड ने अंत में आशा जताई कि प्रधानमंत्री महोदय इस दिशा में उचित कदम उठाएंगे और शिया समुदाय उनके इस सहयोग के लिए हमेशा आभारी रहेगा।