लाखों की कीमत से बनी गौशाला चढ़ रही भ्रष्टाचार की भेंट



– दो गौपालक कार्यरत होने बाद भी नाबालिक बच्चे उठा रहे गोबर


फतेहपुर। जिले क़े ऐरायां ब्लॉक क़े ग्राम पंचायत भादर में लाखों की कीमत से बनी वृद्ध गौ संरक्षण केंद्र (गौशाला) वर्तमान में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रही है। तो वहीं गौशाला में गौपालक हमेशा नदारद रहते है। इसी गौशाला में नाबालिक बच्चों से गौशाला का काम करवाया जाता है जिसका विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। गौशाला में मृत गोवंशों को दफनाने का कोई भी उचित इंतजाम नहीं होने के कारण जंगली जानवरों का शिकार हो रहे हैं। मृत गोवंश जिम्मेदारों की अनदेखी से सूबे के मुखिया के आदेशों को ताक पर रखकर आदेशों की धज्जियां खुले आम उड़ाई जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार फतेहपुर जिले क़े ऐरायां ब्लॉक क़े भादर ग्राम पंचायत में बनी गौशाला की हालत इन दिनों बद से बदतर हो गई है। दो गौपालक कार्यरत होने क़े बावजूद भी गौपालक नदारद रहते है। उनके स्थान पर नाबालिक बच्चों से काम करवाया जाता है। क्या योगी राज सरकार में गौवंशो को सिर्फ राजनीती का हिस्सा बनाया जाता है? क्या योगी सरकार गायों की राजनीती सिर्फ अपने फायदे क़े लिए करती है? खैर अब देखना ये होगा कि गौशाला क़े जानवरो की भुखमरी व गौशाला की अनियमितताओं को उच्च अधिकारी संज्ञान में लेते हैं या फिर हालत जस तस बनी रहती है।
सचिव रामधीरज से जब इस मामले पर टेलीफोनिक वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।