– पूर्व डीआईजी रामतीर्थ परमहंस ने जताई चिंता, कहा—किसान झेल रहे दोहरी-तेहरी मार
फतेहपुर। अयाह शाह विधानसभा क्षेत्र के धनसिंहपुर और आसपास के गांवों में हुई बेमौसमी बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे धान की फसल पूरी तरह जलमग्न होकर बर्बाद हो गई है। कई किसान खेतों में जाकर फसल निकालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पानी अधिक होने से स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है।
इस बाबत किसानों का कहना है कि यदि समय रहते पानी की निकासी नहीं हुई तो रबी की फसल बोना भी मुश्किल हो जाएगा। बारिश के कारण खेतों में जमा पानी से फसलें सड़ने लगी हैं और कई जगहों पर पौधे गिर चुके हैं। इस स्थिति पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, खागा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी एवं पूर्व डीआईजी रामतीर्थ परमहंस ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि किसान बड़ी मेहनत से खेती करता है, खाद, बीज, दवा, मजदूरी और जुताई पर हजारों रुपये खर्च करता है, लेकिन जब फसल तैयार होती है तो प्राकृतिक आपदाएं उसकी मेहनत पर पानी फेर देती हैं। उन्होंने आगे कहा कि फसल नष्ट होने के बाद किसान न तो मजदूरी चुका पाता है और न ही अगली फसल की तैयारी कर पाता है। ऊपर से सरकारी सहायता न मिलने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो जाती है। रामतीर्थ परमहंस ने क्षेत्रीय विधायक विकास गुप्ता, सांसद और जिला प्रशासन से मांग की है कि वे जल्द से जल्द नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिलाएं, ताकि वे आगामी रबी फसल की तैयारी कर सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण जारी रख सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि शासन को ऐसे प्रभावित क्षेत्रों में विशेष राहत शिविर चलाकर किसानों को तत्काल सहायता मुहैया करानी चाहिए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति संभल सके और फसल बर्बादी के बाद कोई किसान आत्मघाती कदम न उठाए।
