जिलाधिकारी ने कंपोजिट विद्यालय ढोड़ियाही का किया औचक निरीक्षण


– अनुपस्थित छात्रों के अभिभावकों से संपर्क कर उपस्थिति बढ़ाने के दिए निर्देश

– कक्षावार कॉलिंग रजिस्टर बनाने और निपुण ऐप पर आकलन सुनिश्चित करने के आदेश

फतेहपुर। जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह ने गुरुवार को ब्लॉक तेलियानी के कंपोजिट विद्यालय ढोड़ियाही का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षक उपस्थिति पंजिका, छात्र उपस्थिति, रजिस्टरों के संधारण, एमडीएम की गुणवत्ता, निपुण तालिका और शिक्षा संबंधी गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी को प्रधानाध्यापिका द्वारा बताया गया कि विद्यालय में कुल 08 शिक्षक और 03 शिक्षामित्र तैनात हैं, जिनमें से एक शिक्षिका चाइल्ड केयर लीव पर, एक शिक्षामित्र प्रशिक्षण हेतु बीआरसी में तथा एक शिक्षक बीएलओ ड्यूटी पर लगाए गए हैं। जिलाधिकारी ने चाइल्ड केयर लीव की स्वीकृति किस स्तर से की गई है, इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक कुल 103 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, जिनके सापेक्ष 79 विद्यार्थी उपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने लगातार अनुपस्थित विद्यार्थियों का चिन्हांकन कर उनके अभिभावकों से संपर्क स्थापित करने तथा उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने एक सप्ताह या उससे अधिक समय से अनुपस्थित विद्यार्थियों की कारण सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। निरीक्षण के दौरान एआरपी विजिट रजिस्टर मौके पर नहीं मिला, जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल रजिस्टर तैयार करने और उसमें सभी निरीक्षण व सुझाव दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने पाया कि विद्यालय में सभी कक्षाओं के लिए केवल एक संयुक्त कॉलिंग रजिस्टर बनाया गया है, जिसमें अभिभावकों के मोबाइल नंबर भी दर्ज नहीं हैं। इस पर उन्होंने कक्षावार पृथक कॉलिंग रजिस्टर तैयार करने, प्रत्येक छात्र के नाम के सामने मोबाइल नंबर अंकित करने और कक्षाध्यापक द्वारा नियमित अद्यतन करने के आदेश दिए।
निपुण तालिका का अवलोकन करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि निर्धारित प्रारूप का पालन नहीं किया जा रहा है और टैबलेट के माध्यम से निपुण ऐप पर आकलन भी नहीं किया गया है। उन्होंने कक्षा 2 की छात्रा प्रियांशी और लक्ष्मी का निपुण आकलन कर शिक्षण स्तर की समीक्षा की। निरीक्षण में यह भी सामने आया कि विद्यालय में एक टैबलेट शिक्षिका द्वारा घर पर रखा गया है और दूसरे टैबलेट पर निपुण ऐप पंजीकृत ही नहीं किया गया है। इस पर जिलाधिकारी ने बीएसए को निर्देश दिए कि सभी टैबलेट्स पर निपुण ऐप रजिस्टर्ड कराते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों से प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाए। एमडीएम के तहत परोसे जा रहे भोजन— दाल, सब्जी और रोटी की गुणवत्ता भी जांची गई। जिलाधिकारी ने खेल सामग्री का प्रयोग न किए जाने पर नाराजगी जताते हुए बच्चों को खेलकूद के लिए प्रोत्साहित करने और सामग्री की सफाई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने आरबीएसके टीम के भ्रमण संबंधी रजिस्टर बनाने और स्वास्थ्य जांच से जुड़े विवरण दर्ज करने को भी कहा। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि ऑपरेशन कायाकल्प के सभी पैरामीटर संतृप्त हैं, लेकिन फर्नीचर उपलब्ध नहीं है। इस पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को जल्द से जल्द फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही विद्यालय परिसर की साफ-सफाई के लिए सफाईकर्मी का रोस्टर बनाकर फोटो सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया। निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी राहुल मिश्रा, प्रधानाध्यापिका साधना तथा विद्यालय स्टाफ मौजूद रहा।