एसआईआर समयावधि बढ़ाने की कांग्रेस की मांग, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठे सवाल



– कर्मचारियों की आत्महत्या के लिए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को बताया जिम्मेदार

फतेहपुर। सघन मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर) की समयावधि को बेहद कम बताते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को ज्वालागंज स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। जिला अध्यक्ष महेश द्विवेदी और शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा ने सरकार पर दुर्भावनापूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
जिला अध्यक्ष महेश द्विवेदी ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया सही है, लेकिन इसे पूरा करने के लिए बहुत कम समय दिया गया है, जिससे बीएलओ पर अत्यधिक दबाव बढ़ गया है। उन्होंने दावा किया कि अब तक 20 बीएलओ काम के दबाव में आत्महत्या कर चुके हैं, जिसके लिए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि वहां विपक्षी उम्मीदवारों के नामांकन जबरन खारिज करवाकर 103 पार्षद निर्विरोध घोषित कराए गए, जो लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है। शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा ने कहा कि देश में यह धारणा बन चुकी है कि चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार भाजपा सरकार के हित में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिंदकी के एसआईआर सुपरवाइजर और तहसील के लेखपाल सुधीर कुमार कोरी को अवकाश न मिलने पर आत्महत्या करनी पड़ी, जबकि उनकी कुछ ही दिनों में शादी होने वाली थी। इसे बेहद दुखद बताते हुए उन्होंने कहा कि इन मौतों के लिए सीधे तौर पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार जिम्मेदार हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में एसआईआर जिला कोऑर्डिनेटर ई. देवी प्रकाश दुबे, वरिष्ठ नेता शेख एजाज अहमद सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।