50 दिन बाद भी नहीं मिली राहत, पटाखा व्यापारियों की स्थिति बदतर



— प्रशासन पर पटाखा व्यापारियों ने लगाया लापरवाही का आरोप

फतेहपुर। पटाखा मंडी में आग लगने की घटना को पूरे 50 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक प्रभावित पटाखा व्यापारियों को कोई ठोस राहत नहीं मिल पाई है। सोमवार को पीड़ित व्यापारियों ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन केवल आश्वासन देकर उनका मजाक बना रहा है। आगजनी से माल नष्ट होने के बाद व्यापारी गहरे कर्ज में डूब चुके हैं।
पटाखा व्यापारियों ने बताया कि प्रशासन द्वारा लोन चुकाने का दबाव लगातार बढ़ाया जा रहा है, जबकि आग से हुए नुकसान के बाद उनके पास व्यवसाय दोबारा शुरू करने का साधन तक नहीं है। उनका कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही के चलते आज स्थिति भुखमरी तक पहुंच चुकी है। पटाखा व्यापारियों ने बताया कि कर्ज वसूली करने वाले व्यापारी उनके घरों तक पहुंचकर धमकियां दे रहे हैं और पैसे वापस न देने पर बुरे अंजाम की चेतावनी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरा व्यापारी वर्ग परिवार सहित आत्महत्या जैसा कदम उठाने की मानसिक स्थिति में पहुंच चुका है। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि इसी तरह प्रशासन ने उपेक्षा जारी रखी तो किसी भी व्यापारी के आत्मघाती कदम की जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन की होगी।
इस दौरान दीपक कश्यप, राजन साहू, प्रदीप गुप्ता, मशरम अली, आरिफ, सतीश चन्द्र, मनीष अवस्थी, पुत्तुलाल, आदित्य राज सिंह, संजू श्रीवास्तव, राजन मिश्रा, शिवम गुप्ता, सुनील शिवहरे, वैभव मिश्रा, पंकज कुमार सहित अन्य प्रभावित व्यापारी मौजूद रहे।