खागा कस्बे के मंथन हॉस्पिटल में हुई एक ओर मौत ने खोली स्वास्थ विभाग के भ्रष्टाचार की पोल




*🫵घटना के बाद मौके पर पहुंची स्वास्थ विभाग व पुलिस की संयुक्त जांच टीम ने पाई हॉस्पिटल में दर्जनों कमियां..*
*🫵लंबे अर्शे से संचालित हो रहे बेसमेंट में अवैध अस्पताल में हो चुकी है अबतक आधा दर्जन मौतें..*
*🫵मृतक मिश्रा के परिजनों ने गलत ईलाज करने के लगाए गंभीर आरोप..*
*🫵फतेहपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की टीम ने अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई करने का दिया आश्वाशन..*
*🫵पूर्व में हुई कई मौतों के बाद भी आखिर क्योंकि नहीं हुई मंथन हॉस्पिटल पर कार्यवाही सवालों के घेरे में फतेहपुर सीएमओ…*

खागा कस्बे में स्वास्थ विभाग की लाचारी के चलते मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है जहां बीते दिन मंथन हॉस्पिटल में गलत ईलाज के दौरान हुई मौत ने स्वास्थ विभाग के भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है कौशांबी के अयोग्य डॉक्टर द्वारा लंबे अर्शे से मंथन हॉस्पिटल व अल्ट्रासाउंड को अवैध तरीके द्वारा संचालित किया जा रहा था जिसका नतीजा मौत का काला व्यापार बनाता नजर आया..*
*सीने व पेट में दर्द होने पर अस्पताल में भर्ती कराना परिजनों को पड़ा भारी  झोलाछाप डॉक्टर को इलाज के बाद हुई मौत हार्ड के पेसेंट का इलाज कर रहे झोलाछाप डाक्टर,परिजनों के आरोप के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग,मुख्य चिकित्साधारी द्वारा जांच के आदेश के बाद मौके पर पंहुची जांच टीम का मंथन अस्पताल पर बड़ा खुलासा,बेसमेंट में चल रहे अस्पताल में लगभग आधा दर्जन से अधिक मरीजों के इलाज ने खोला पोल,जहां सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगातार बेसमेंट में संचालित अस्पतालों में शिकंजा कसा जा रहा है वहीं ऐसे अस्पताल संचालक योगी आदित्यनाथ के आदेशों को दे रहे खुली चुनौती,बात करें मरीजों से संबंधित डाक्टरों की तो उसमें भी जांच के दौरान आई घोर लापरवाही सामने,जहां जांच के दौरान कोई जिम्मेदार नहीं पाया गया डाक्टर जिससे मरीजों के जीवन से हो रहा खिलवाड़,इसके साथ ही बात करें अस्पताल में किए गए सर्जरी की तो उसमें भी मौके पर न कोई सर्जन पाया गया और न ही अस्पताल की ओर से स्पष्ट डाक्टरों की जानकारी मिल पाई,वहीं मौजूद प्रसूता से डिलिवरी कराने वाली महिला डाक्टर की जानकारी की गई तो इस दौरान भी कोई भी जानकारी न दे पाना शंका की सुई झोलाछाप डाक्टरों की ओर इशारा कर रही है,हालकिं मृतक रज्जन मिश्रा की मौत पर अस्पताल संचालक द्वारा इलाज करने की बात से पहले गुमराह किया गया इसके बाद पोल खुलने पर मौत की बात को भी नकारा गया जहां स्वास्थ्य टीम ने जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है, हालांकि ऐसे गैरजिम्मेदार अस्पतालों में बड़ी खामियां मिलने के बाद लोगों में आक्रोश है और तत्काल कार्यवाही कर ऐसे अस्पतालों को बंद‌ करने की मांग भी उठ रही है…*