जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा, लापरवाही पर सख्त निर्देश



– जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक

फतेहपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) एवं राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों को बेहतर और संवेदनशील स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। समीक्षा के दौरान पूर्व बैठक का कार्यवृत्त जारी न होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और डीपीएम का वेतन कार्यवृत्त जारी होने तक रोकने के निर्देश दिए। साथ ही कार्यवृत्त 15 दिन के भीतर जारी करने के आदेश दिए गए। एपीएचसी मोहम्मदपुर गौंती, कटोघन, जहांगीर नगर, चक्की और दमापुर में शून्य प्रसव पाए जाने तथा बैठक में अनुपस्थित रहने पर संबंधित मेडिकल अधिकारियों के वेतन आहरित न करने के निर्देश वरिष्ठ कोषाधिकारी को दिए गए। जिन एपीएचसी में प्रसव संख्या 10 से कम पाई गई, उन्हें चेतावनी जारी करने के निर्देश भी दिए गए। जिलाधिकारी ने टीबी और एचआईवी की सैंपलिंग बढ़ाने, यूविन पोर्टल पर बच्चों के टीकाकरण की समय से फीडिंग कराने तथा ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा में मेडिकल अधिकारियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के इंटरनल एसेसमेंट को जल्द पूरा कराने और लंबित मामलों में कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा। बैठक में गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने, हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच और एनआरसी से डिस्चार्ज बच्चों के फॉलोअप को संवेदनशीलता से करने पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव नयन गिरी सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, एमओवाईसी और कर्मचारी उपस्थित रहे।