डीएम ने विकास कार्यों की समीक्षा की, निर्माणाधीन परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के दिए निर्देश



– राजकीय मेडिकल कॉलेज में जल्द शुरू होगा आईपीडी, विभागों को रैंकिंग सुधारने के निर्देश

फतेहपुर। कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में विकास कार्यों एवं 50 लाख रुपये तक की लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्यदायी संस्थाएं निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग, चरणबद्ध तरीके और समय सीमा के भीतर पूरा कराएं।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ पात्रों को समय पर मिलना चाहिए। इसके लिए प्राप्त होने वाले आवेदनों का निस्तारण शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर ही किया जाए। उन्होंने सीएम डैशबोर्ड पर अपडेट की जाने वाली रिपोर्टों को भी समय से फीड करने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी प्रकार की त्रुटि होने पर तत्काल मुख्यालय से समन्वय कर उसे ठीक कराया जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्रमुख निर्देश दिए कि निर्माणाधीन परियोजनाओं को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाए, लाभार्थीपरक योजनाओं में आवेदनों का निस्तारण समय पर सुनिश्चित किया जाए, सीएम डैशबोर्ड की सभी प्रविष्टियां समय से अपडेट की जाएं, जिन विभागों की रैंकिंग कम है, वे सुधार के लिए ठोस कार्ययोजना बनाएं, हर जल योजना में तेजी लाने के लिए जल निगम ग्रामीण को निर्देश, सभी कार्यदायी संस्थाएं निर्माण कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति समय पर पोर्टल पर अपडेट करें, राजकीय मेडिकल कॉलेज में शेष कार्य जल्द पूर्ण कर आईपीडी शीघ्र शुरू कराया जाए, ग्राम पंचायतों में 5वें एवं 15वें वित्त आयोग से स्वीकृत बजट के अनुसार कार्य तेजी से पूर्ण किए जाएं।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जल निगम ग्रामीण के अधिशाषी अभियंता को निर्देशित किया कि हर जल योजना में कार्य गति बढ़ाई जाए ताकि जनपद की रैंकिंग प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में जो भी निर्माण कार्य प्रगति पर हैं, उनके निरीक्षण में लापरवाही न बरती जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, उपायुक्त उद्योग, पीडब्ल्यूडी और जल निगम के अधिशाषी अभियंता सहित विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।