– बुंदेलखंड के विद्यार्थी पीएम मोदी से राखी के उपहार में मागेंगे बुंदेलखंड राज्य
– पीएम मोदी को राखी भेजो, राज्य माँगो अभियान का हुआ शुभारंभ
फतेहपुर। बुंदेलखंड की धरती एक बार फिर जनजागरण की मशाल थामे खड़ी है, इस बार भावनात्मक शक्ति के साथ। बुंदेलखंड राष्ट्र समिति ने “राखी भेजो, राज्य माँगो” अभियान का शुभारंभ करते हुए घोषणा की है कि 1 जुलाई से 10 अगस्त 2025 तक बुंदेलखंड के तीन प्रमुख क्षेत्रों के सभी जिलों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लाख राखियाँ और पत्र भेजे जाएँगे, जिनमें पृथक बुंदेलखंड राज्य की माँग स्पष्ट रूप से की जाएगी।
इस अभियान में विशेष रूप से विद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को जोड़ा गया है, जो राखी के साथ प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजेंगे। पत्र में एक भावनात्मक अपील होगी। प्रत्येक विद्यालय की जिम्मेदारी एक स्वयंसेवक को दी गई है, जो “एक विद्यालय – एक स्वयंसेवक” योजना के अंतर्गत संपर्क, प्रेरणा और सामग्री संग्रहण का काम देखेगा।
अभियान की व्यापक चर्चा कर बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने बताया कि पृथक बुन्देलखण्ड राज्य की मांग हेतु तीन प्रमुख क्षेत्र बनाए गए हैं जिसमें से झाँसी क्षेत्र के अंतर्गत झाँसी महानगर, झाँसी ग्रामीण, ललितपुर, जालौन, निवाड़ी, दतिया, टीकमगढ़ को शामिल किया गया है तथा इसी क्रम में चित्रकूट धाम क्षेत्र के अंतर्गत चित्रकूट, बांदा, महोबा, पन्ना, हमीरपुर, छतरपुर, सागर एवं अंतर्वेद क्षेत्र अंतर्गत फतेहपुर, खागा, घाटमपुर को शामिल किया गया है जहां से राखी व पत्र भेजने का कार्यक्रम शुरू हो चुका है।
सभी विद्यालयों से राखियाँ और पत्र संगृहीत कर संगठन के ज़िला संयोजकों को सौंपे जाएँगे, और फिर एक साथ उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा जाएगा। अभियान के दौरान फ़ोटो, वीडियो, संवाद और जनभागीदारी की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जाएगी।
बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय ‘बुंदेलखंडी’ ने कहा यह कोई उपहार नहीं, बल्कि बहनों का भरोसा और भाइयों का अधिकार है। अब छात्र और बहनें अपनी आवाज़ से दिल्ली को जगाएँगे। यह आंदोलन पूरी तरह वैचारिक, अहिंसक और जनजागरण आधारित है।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की जनता अब चुप नहीं बैठेगी, यह राखी अब सिर्फ रेशमी डोरी नहीं, बल्कि संविधानिक अधिकार की माँग का प्रतीक बन चुकी है।
बुंदेलखंड राष्ट्र समिति ने समस्त जनता, अभिभावकों, शिक्षकों और युवाओं से आग्रह किया है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने विद्यालय, गांव, मोहल्ले में बुंदेलखंड राज्य की आवाज़ को जन-जन तक पहुँचाएँ।
