– खराब सड़क और जलभराव से लोग हैं परेशान
– स्कूल जाने वालों के अभिभावकों ने सुनाई आप बीती
– स्थानीय लोगों में दिखा आक्रोश, मांग न्याय
फतेहपुर। एक ओर सरकारें स्मार्ट सिटी और डिजिटल इंडिया की बात कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर फतेहपुर नगर पालिका परिषद का वार्ड नंबर 29 – कृष्ण बिहारी नगर, आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। इलाके में न तो पक्की सड़कें हैं, न ही सही जल निकासी की व्यवस्था। नतीजा, हर साल की तरह इस बार भी बरसात ने लोगों की ज़िंदगी को नरक बना दिया है।
कृष्ण बिहारी नगर की एक – दो गलियां सड़क की जगह कीचड़ भरे गड्ढों में बदल गई हैं, जहाँ बारिश का पानी जमा हो गया है। लोगों को अपने घरों से निकलने के लिए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे बीमारियों का खतरा भी लगातार बना हुआ है। इस मामले में स्थानीय निवासी मोहम्मद जकी और महबूब आलम ने बताया, “पिछले 10 सालों से सिर्फ वादे हो रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ नहीं बदली। हर बार पार्षद बदलते हैं, नाम बदलते हैं, लेकिन हालात वही के वही हैं।”
इलाके के प्राथमिक विद्यालय महारथी के साथ ही उसी रास्ते से होकर अन्य विद्यालयों को जाने वालों की स्थिति और भी चिंताजनक है। जलभराव के कारण बच्चों को स्कूल पहुँचने के लिए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। कई अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
नाजनी बानो, एक महिला जिसने अपने पोतों को गोद में उठाकर स्कूल पहुँचाया, कहती हैं, “पढ़ाई जरूरी है, लेकिन हम क्या करें? पानी इतना है कि बच्चे फिसल जाते हैं। कोई अधिकारी देखने नहीं आता।” आगे कहा कि हमारे बच्चे रोज अपने बच्चों को गोद में लेकर स्कूल छोड़ने जाते हैं और बाइक से चलना भी दूभर रहता है ऐसे में उन्होंने कहा कि लगता है हम यहां से घर छोड़कर कहीं और लेना पड़ेगा।
प्रशासन बेखबर या बेपरवाह?
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर पालिका, स्थानीय पार्षद और प्रशासन को ज्ञापन दिए हैं, लेकिन आज तक सिर्फ “कार्यवाही की जा रही है” जैसे जवाब ही मिले हैं। कोई भी स्थायी समाधान नहीं किया गया।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्थानीय निवासी निजामुद्दीन खान कहते हैं, “नगर क्षेत्र में ऐसी स्थिति 2025 में शर्मनाक है। यह सिर्फ लापरवाही नहीं, नागरिकों के अधिकारों का सीधा हनन है। इतना ही नहीं जल भराव और कच्ची सड़क से स्थानीय लोग बहुत परेशान हैं, ऐसा लगता है जैसे हम नगर क्षेत्र नहीं बल्कि अति पिछड़े ग्रामीण सुदूर क्षेत्र के पुरवा पाही में निवासरत हैं।”
जल्द समाधान की मांग
कृष्ण बिहारी नगर के लोगों ने अब जागरूकता अभियान शुरू करने और स्थानीय मीडिया तथा सोशल मीडिया आदि के ज़रिए अपनी आवाज़ उठाने का फैसला किया है। वे चाहते हैं कि प्रशासन आए, हालात का जायज़ा ले और स्थायी समाधान करे, जैसे पक्की सड़क, जल निकासी की पाइपलाइन और नियमित सफाई आदि।
यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन करने का भी विचार कर रहे हैं। ये सिर्फ एक मोहल्ले की कहानी नहीं है, ये सवाल है उस विकास मॉडल का जो सिर्फ पोस्टर और भाषणों में दिखाई देता है, ज़मीनी हकीकत में नहीं।

