- प्रताड़ित यादव ने लगाई न्याय की गुहार
फतेहपुर। हुसैनगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बेरा गढ़ीवा के रहने वाले अमर सिंह ने उपजिलाधिकारी को लिखित सूचना पत्र देकर बताया कि शनिवार को दोपहर करीब 2:30 बजे मेरी भूमिधरी जमीन पर बने मकान के सामने खलिहान का रकबा है जिसमें मै अपने जानवर बांधता हूं जिस पर मेरा हौदा रखा था, इसी दौरान लेखपाल व कानूनगो के साथ ग्राम प्रधान अपने साथ करीब 50 से 100 लोग तथा साथ में एक जेसीबी व ट्रैक्टर लेकर आए और बिना सूचना या बिना किसी नोटिस के मेरे घर के सामने मेरे मना करने के बावजूद भी रखा समान क्षतिग्रस्त करने लगे और मेरी भूमिधरी जमीन पर भी जबरन जेसीबी से खोदाई करने लगे।
आगे बताया कि मेरी जमीन का मामला फतेहपुर न्यायालय में विचाराधीन है और स्टे ऑडर दिखाने के बाद भी नही मानें और मना करने पर धमकी भी देने लगे और कहने लगे हमारी सबसे सेटिंग है तुम हमारा कुछ नहीं कर सकते हो। इस मामले में उपजिलाधिकारी अनामिका श्रीवास्तव ने मौके पर तहसीलदार को भेजकर मामला दिखवाने की बात कही है। वहीं तहसीलदार अमरेश सिंह ने भी राजस्व निरीक्षक एवं हल्का लेखपाल को ऐसा न करने व महज खलिहान के रकबे को चिन्हांकित करने की बात कही है।
इस पूरे प्रकरण की वस्तुस्थिति अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) को भी संज्ञान कराया गया है। वहीं पीड़ित का कहना रहा है कि लगता है इस सरकार में यादवों के साथ उत्पीड़न करने का मन कुछ ठाकुरों ने बना रखा है और आज बेरा गढ़ीवा के ठाकुर प्रधान द्वारा ऐसी हरकत हुई है। साथ ही पीड़ित ने बताया कि खलिहान का गाटा संख्या 1341 क है जिसमें हमारा कोई स्थाई कब्जा नहीं है जबकि इस रकबे में अन्य लोगों का कब्जा है और इसके अलावा ग्राम प्रधान के परिजनों का भी कई सरकारी भूमि में अवैध कब्जा है लेकिन राजस्व प्रशासन को वो अवैध कब्जे नहीं दिखाई दे रहे हैं। इससे साफ है कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है।
आखिरकार बड़ा सवाल ये है कि क्या बीते दिनों पंचायती राज विभाग द्वारा जारी किए गए पत्र जिसमें यादवों एवं मुस्लिमों से ग्राम पंचायत में सरकारी जमीन से कब्जा हटवाने के लिए कहा गया था। ऐसे में ये घटना उसी आदेश का परिणाम साबित होती दिख रही है।
