– निरीक्षण में भड़के सीडीओ, ग्राम चौपाल में कई विभागों की खुली पोल
फतेहपुर। मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने शनिवार को सीएचसी सेमरहटा (हाजीपुरगंग) का आकस्मिक निरीक्षण किया, जहाँ स्वास्थ्य सेवाओं में भारी अव्यवस्थाएँ सामने आईं। अस्पताल में ओपीडी व आईपीडी सेवाएँ मानक के अनुरूप नहीं मिलीं और रोजाना मात्र 20–25 मरीजों की उपस्थिति दर्ज की जा रही थी। निरीक्षण के दौरान प्रसव सेवाएँ पूरी तरह बंद मिलीं, जबकि कई उपकरण सील पैक हालत में पड़े थे। प्रथम तल पर नए बेड और मशीनें धूल खाती दिखाई दीं। अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की स्थिति भी संतोषजनक नहीं मिलने पर सीडीओ ने नाराजगी जताई और तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
सीएचसी से निकलकर सीडीओ कंपोजिट विद्यालय हाजीपुरगंग में आयोजित ग्राम चौपाल पहुंचे। चौपाल में खंड विकास अधिकारी तेलियानी, ग्राम प्रधान सोना देवी (प्रतिनिधि शिवकुमार) और ग्रामीण मौजूद रहे। यहाँ निर्माणाधीन एमडीएम शेड का निरीक्षण किया गया और इसकी उपयोगिता पर चर्चा की गई। इसके साथ ही दिव्यांग/वृद्धा पेंशन, किसान रजिस्ट्री, आवास तथा अन्य योजनाओं की समीक्षा की गई। सीडीओ ने लंबित मामलों को जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए। विद्यालय निरीक्षण में पाया गया कि कई कक्षाएँ एक साथ संचालित हो रही थीं और समय सारिणी का पालन नहीं किया जा रहा था। आईसीटी लैब होने के बावजूद उसका उपयोग बहुत कम मिला। सीडीओ ने प्रधानाध्यापक को तकनीकी संसाधनों के प्रभावी उपयोग और नियमित कक्षाओं के संचालन के निर्देश दिए।
इसके बाद सीडीओ ने हाजीपुरगंग घाट का निरीक्षण किया, जहाँ सफाई व्यवस्था और स्नानघर की स्थिति ठीक नहीं मिली। उन्होंने घाट पर प्रकाश व्यवस्था मजबूत करने और ग्राम की सरकारी भूमि का जनहित में उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने सभी संबंधित विभागों को जल्द सुधारात्मक कदम उठाने और बेहतर सेवाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
