– ग्रामीणों में दिख रहा आक्रोश
फतेहपुर। असोथर क्षेत्र में ओवरलोड मौरंग वाहनों की मनमानी अब लोगों की जान पर भारी पड़ने लगी है। बीती रात कठौता माइनर में मौरंग से लदा एक भारी ट्रक पलट गया, जिससे नहर का पानी रोकना पड़ा और मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। इस हादसे ने खदान संचालकों व पुलिस और खनिज विभाग की मिलीभगत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
बताते चलें कि असोथर के कठौता माइनर स्थित सागर पुलिया के पास उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब भंडारण (डंप) से मौरंग लादकर जा रहा एक ओवरलोड ट्रक अनियंत्रित होकर नहर में पलट गया और आउट नहर में गिरा ट्रक मौरंग के साथ बहाव को अवरुद्ध कर दिया, जिससे सिंचाई विभाग को तत्काल प्रभाव से पानी रोकना पड़ा।
स्थानीय नागरिकों और किसानों का आरोप है कि बांदा जनपद के मर्का खादर स्थित खदानों से नियम विरुद्ध तरीके से ओवरलोड वाहन निकाले जा रहे थे। खदान संचालकों द्वारा पक्की सड़कों पर जानबूझकर मिट्टी डलवाई जाती है ताकि ओवरलोड ट्रकों की निकासी आसानी से हो सके। हल्की बारिश में ही यह रास्ते दलदल में तब्दील हो जाते हैं, जिससे दोपहिया, साइकिल और पैदल राहगीरों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। ग्रामीणों और किसानों का कहना है कि यह कोई पहला मौका नहीं है। हर बार खदान संचालक वही पुराना तरीका अपनाते है, नहर में पानी छोड़कर पोकलैंड मशीन से मौरंग बहा देते हैं, और सिंचाई विभाग चुप बैठा रहता है। किसानों ने मांग की है कि नहर को पूरी तरह से साफ किया जाए ताकि उन्हें उनके हिस्से का सिंचाई पानी समय से मिल सके।
यह मार्ग सरकंडी ग्राम सभा के लिए मुख्य संपर्क मार्ग है, जिससे ब्लॉक मुख्यालय, जिला शहर, स्कूल और स्वास्थ्य सेवाएं सहित जुड़ी हुई हैं। ट्रक के पलटने के बाद स्कूली वाहन, एंबुलेंस और आम नागरिकों को मार्ग बदलकर लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार शिकायतों के बावजूद स्थानीय पुलिस और जिम्मेदार विभागों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
इस मामले में जरौली चौकी प्रभारी अंकुश यादव ने कहा कि डंप संचालकों से वार्ता कर जल्द ही स्थायी समाधान निकाला जाएगा। यदि फिर भी समस्या बनी रही तो जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
