फतेहपुर। धाता क्षेत्र में हरियाली तीज का पर्व वर्ष 2025 में परंपरा, उमंग और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया गया। यह आयोजन लगातार पांचवें वर्ष आयोजित किया गया और अब यह पूरे क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान बनता जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जहाँ महिलाओं ने सौभाग्य और समृद्धि की कामना के साथ दीप जलाए। तीज पर्व का महत्व बताते हुए श्रद्धा से जुड़ी शिव और पार्वती के मिलन की प्रेरणादायक झलक ने इस आयोजन को और भी भावपूर्ण बना दिया। झूले, लोकगीत, श्रृंगार और पारंपरिक खेलों से माहौल जीवंत हो उठा। मेहंदी, गीत-गायन, रस्साकशी, तीज क्विज़ और सजावट प्रतियोगिताओं में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पुरस्कार भी प्राप्त किए। इस आयोजन को सफल बनाने में सीमा केशरवानी, शिखा केशरवानी, दीपा केशरवानी और नीतू केशरवानी का विशेष योगदान रहा।
इस अवसर पर अध्यक्ष सीमा केशरवानी जी ने कहा, “तीज केवल एक पर्व नहीं, हमारी परंपरा और महिला शक्ति का उत्सव है।” वहीं शिखा केशरवानी जी ने कहा, “हर साल यह आयोजन हमें एकता और संस्कृति से जोड़ता है।” कार्यक्रम में रीना केशरवानी, ममता, सुधा, निशा, राधा, नीतू, सविता, अंजना, शोभा, खुशबू, पिंकी, मनीषा, पिंगला, अंजली, आरती, प्राची, पुष्पा, सुषमा, बबिता, दीपा सिंह, पूजा सिंह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं। हरियाली तीज अब केवल एक पर्व नहीं, धाता क्षेत्र की सांस्कृतिक परंपरा और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुका है, जो इस क्षेत्र को सामाजिक-सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कर रहा है।
