फतेहपुर। बाकर गंज के इमाम बाड़े से जुलूस -ए- अज़ा का आगाज़ हुआ। जिसमें करबला के शहीदों की याद में मजलिस हुई जिसकी बुनियाद कई वर्ष पूर्व फरहत मीर साहब के वालिद मरहूम सय्यद नज़ीरउलहसन साहब ने क़ायम की थी तब से लगातार ये जुलूस दिन पर दिन बेहतरीन अंदाज़ में होता चला आ रहा है। इस वर्ष भी करबला के शहीदों पर मातम हुआ और हजारों की संख्या में हुसैनी अज़ादारों ने शिरकत की और मोहम्मद साहब के नवासों को याद कर के सारा दिन मातम किया और शहीद इमाम को पुरसा पेश किया। करबला में आज से चौदह सौ साल पूर्व एक ऐसी जंग हुई थी जिसमें अपने आप को मुसलमान कहने वालों ने और रसूल का कलमा पढ़ने वालों ने ही रसूल के नवासे को करबला में तीन दिनों तक भूखा प्यासा रखा और उनके पूरे खानदान पर पानी बंद कर दिया। नहरे फ़ुरात पर पहरा लगा दिया जिससे हुसैन के खेमों में पानी न जा सके, यजीद चाहता था कि हुसैन ज़ुल्म के आगे झुक जाएं और बयत कर लें लेकिन वो भूल रहा था कि हुसैन उसके नवासे हैं जो पूरी कायनात का रसूल है और उसके बेटे हैं जिनका नाम हज़रत अली है मां का नाम फात्मा है। इमाम हुसैन हर ज़ुल्म बर्दाश्त करते रहे और अल्लाह का शुक्र अदा करते रहे। हुसैन ने सब्र कर के दुनिया को ये बता दिया कि देखो चाहे जितनी बड़ी मुसीबत आ जाए तुम कभी भी अल्लाह का नाम लेना मत भूलना और अपने आप को ज़ुल्म के आगे झुकने मत देना, हर मुसीबत पर अल्लाह का शुक्र अदा करना करबला में इससे बड़ा इम्तेहान और क्या हो सकता है जहां पर इमाम हुसैन अपने 6 महीने के बेटे अली असगर को भी कुर्बान कर देते हैं। अपना भरा घर लूटा देते हैं। खेमों में आग लगा दी जाती है, चार साल की बेटी सकीना को यतीम कर दिया जाता है फिर भी हुसैन के घराने वालों ने अल्लाह से कोई शिकायत नहीं की और हर मोड़ पर अल्लाह का शुक्र अदा कर के दुनिया को सबक सिखा दिया कि अल्लाह जो भी करता है वो अच्छा करता है। इस मौके पर लखनऊ के नौहा ख़ुवान शाबाज अली, निज़ामत रहज़र आब्दी, खिताबत एडवोकेट यावर मेंहदी ने की और अंजुमन सक्काय हरम फतेहपुर, अंजुमन अब्बासिया फतेहपुर, अंजुमन जाफरिया फतेहपुर, अंजुमन हैदरिया करवन जिला उन्नाव, अंजुमन कारवाने करबला दोसीपुर जिला बनारस, अंजुमन फ़रोगे अज़ा देवरा सादात जिला बाराबंकी ने अपने – अपने बेहतरीन कलाम पेश करते हुवे करबला के शहीदों को पुरसा पेश किया। इस मौके पर फतेहपुर के इमामे जुमा जनाब दानिश साहब क़िब्ला जुलूस में मौजूद रहे। फतेहपुर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी से ड्यूटी पर मौजूद रहा।
