– गुरुपूर्णिमा से जन्माष्टमी तक, बुंदेलखंड राष्ट्र समिति ने लिखी इतिहास की इबारत – मोदी को भेजी गईं 1 लाख राखियां
– 1200 से अधिक विद्यालयों के बच्चों की भागीदारी, पृथक राज्य के लिए बुंदेलखंड राष्ट्र समिति का ऐतिहासिक अभियान
फतेहपुर। बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलखंड राष्ट्र समिति ने एक ऐतिहासिक अभियान चलाकर नया कीर्तिमान बनाया है। समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय बुंदेलखंडी के नेतृत्व में गुरुपूर्णिमा से जन्माष्टमी तक चले अभियान के दौरान पूरे बुंदेलखंड से एक लाख से अधिक राखी पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे गए।
इस अभियान में फतेहपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, महोबा, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, सतना और छतरपुर सहित सभी जिलों से सक्रिय भागीदारी हुई। विशेष रूप से 1200 से अधिक विद्यालयों के बच्चों, महिलाओं और युवाओं ने पत्र लिखकर और राखियां भेजकर प्रधानमंत्री से निवेदन किया कि बुंदेलखंड राज्य की घोषणा की जाए। प्रधानमंत्री को संदेश दिया गया कि जो राखियां भेजी जा रही हैं, वे केवल धागे नहीं हैं। यह हमारी पीड़ा, संघर्ष और अस्मिता का प्रतीक हैं। अब हमारी भावनाओं का सम्मान करते हुए पृथक बुंदेलखंड राज्य का गठन कीजिए।
केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय बुंदेलखंडी ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी छोटे राज्यों के समर्थक थे। यदि प्रधानमंत्री मोदी जी वास्तव में अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते हैं, तो उन्हें बुंदेलखंड राज्य की घोषणा करनी चाहिए। दशकों से यह क्षेत्र गरीबी, पलायन और बेरोजगारी से जूझ रहा है। छोटे राज्य ही विकास की कुंजी हैं। प्रवीण पाण्डेय ने विशेष रूप से संगठन महामंत्री, संघ के पूर्व प्रचारक यज्ञेश गुप्ता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यज्ञेश जी के मार्गदर्शन और संगठनात्मक दिशा-निर्देश के कारण ही यह अभियान सफल हो पाया। उनके नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने गांव-गांव और विद्यालय-विद्यालय जाकर बच्चों और समाज के हर वर्ग को जोड़ा। अभियान के दौरान क्षेत्र में गहरी जागरूकता और उत्साह देखने को मिला। हर जिले से समिति के कार्यकर्ता जुड़ते गए और इस आंदोलन ने जन-जन की भावनाओं को स्वर दिया। इस ऐतिहासिक अभियान ने साबित कर दिया है कि बुंदेलखंड की जनता अब अपने अधिकार और अस्मिता के लिए संगठित होकर निर्णायक लड़ाई लड़ने को तैयार है।
