राष्ट्रीय अखंडता दिवस पर मनाई गई लौह पुरुष सरदार पटेल की जयंती

बाल श्रम मुक्त समाज बनाने का लिया संकल्प

फतेहपुर। प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ एवं जिलाधिकारी फतेहपुर के निर्देशों के अनुपालन में शुक्रवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर श्रम कार्यालय में सरदार पटेल के जीवन एवं उनके योगदान पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक श्रमायुक्त लाला राम द्वारा सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राजेन्द्र प्रसाद साहू, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति फतेहपुर ने सरदार पटेल के कृतित्व और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाल श्रम एक सामाजिक अभिशाप है, जिसे समाप्त करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। शासन की मंशा के अनुरूप वर्ष 2026 तक फतेहपुर को बाल श्रम मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि आज के नौनिहाल ही देश का भविष्य हैं। उनका सर्वांगीण विकास ही एक सशक्त और अखंड भारत की नींव है, वह भारत जिसका सपना सरदार पटेल ने देखा था।कार्यक्रम के दौरान सहायक श्रमायुक्त लाला राम ने उपस्थित निर्माण श्रमिकों और सेवायोजकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी तथा बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम की प्रमुख धाराओं से अवगत कराया। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेने, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति समर्पण भाव बनाए रखने की अपील की। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई गई।कार्यक्रम में मनीष कुमार सिंह (श्रम प्रवर्तन अधिकारी), अभिनव पाण्डेय (श्रम प्रवर्तन अधिकारी), हरि नारायण शुक्ला (निरीक्षक, थाना AHTU), राजेश कुमार तिवारी (एडवोकेट) सहित अनेक निर्माण श्रमिक एवं सेवायोजक उपस्थित रहे।