किसान पंचायत में किसानों की न सुनवाई करने का लगाया आरोप



– मांगें न पूरी होने पर 10 दिन में कार्यालय घेराव की कही गई बात

फतेहपुर। भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत गुट ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक पंचायत का आयोजन किया। इस दौरान प्रदेश प्रभारी रामदत्त मिश्रा ने अधिकारियों पर किसानों की सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए 10 दिन में मांगें पूरी न होने पर कार्यालयों का घेराव करने की चेतावनी दी।
यह पंचायत नहर कॉलोनी परिसर में भाकियू महात्मा टिकैत जिलाध्यक्ष मधुसूदन तिवारी के नेतृत्व में हुई। मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश प्रभारी रामदत्त मिश्रा मौजूद रहे, जहां किसानों ने अपनी-अपनी समस्याएं उनके सामने रखीं। किसानों की प्रमुख मांगों में गन्ना मूल्य 550 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित करना शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि 2024 में बिजली बिल माफी का आदेश जारी होने के बावजूद ट्यूबवेल के बिल मोबाइल पर आ रहे हैं। किसानों ने घरेलू बिजली बिल माफ कर 400 यूनिट मुफ्त बिजली देने की भी मांग की। किसानों ने गोवंश और बंदरों से फसलों को हो रहे नुकसान से निजात दिलाने की मांग की। इसके अतिरिक्त, पतले धान का मूल्य 1800 रुपये और मोटे धान का मूल्य 1500 रुपये निर्धारित करने की बात कही गई। क्रय केंद्रों पर तौल के नाम पर 25 रुपये पल्लेदारी, दो किलो कटौती और दो प्रतिशत टीडीएस लेने पर भी आपत्ति जताई गई, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सभी नहरों में हेड से टेल तक पानी उपलब्ध कराने की मांग भी की गई। प्रदेश प्रभारी रामदत्त मिश्रा ने कहा कि यदि 10 दिनों के भीतर किसानों की मांगों पर सुनवाई नहीं हुई, तो किसान अधिकारियों के कार्यालयों का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने सरकारी कार्यालयों में किसानों को परेशान न करने की भी अपील की।
इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह गौर, युवा जिलाध्यक्ष कल्लू सिंह मंडासराय, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रिंकी जायसवाल सहित राजेंद्र सिंह, रामआसरे, मनीलाल, श्याम बाबू सिंह, कमलेश मिश्रा, शिवबाबू, गुड्डू यादव, मुशीर, फौजिया खान, रीता, हिमांशु सिंह, दिनेश और नगर अध्यक्ष ऋषि सिंह समेत कई ब्लॉक, तहसील और जिले के पदाधिकारी मौजूद रहे।