झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज के चलते मासूम बच्ची की हुई मौत

बुखार का इलाज कराने परिजन बच्ची को लेकर पहुंचे थे झोलाछाप के पास

फतेहपुर। बदलते मौसम के चलते क्षेत्र में वायरल फीवर तेजी के साथ पैर पसार रहा है। इस समय क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर गली नुक्कड़ में इलाज करते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं, इन्हीं अनट्रेड डॉक्टरों के इलाज के चलते मासूम बच्ची मौत की आगोश में समा गई।
बताते चलें कि किशनपुर थाना क्षेत्र के भीकमपुर गांव के रहने वाले रामबाबू निषाद की बड़ी पुत्री 6 वर्षीय पारुल निषाद की तबीयत देर रात अचानक खराब हो गई। परिजन इलाज करवाने नगर पंचायत खखरेरू स्थित रक्षपालपुर में सिंह नर्सिंग होम में शुक्रवार को सुबह 5 बजे पहुंचे। नर्सिंग होम में तैनात डॉक्टर ने बताया कि इसको बुखार है इसका इलाज किये दे रहे हैं, इसको एक इजेक्शन दिये दे रहे हैं। 3 घंटे बाद बच्ची को होश आ जाएगा इसको लेकर घर जाएं। 3 घंटा से ज्यादा समय हो जाने के बाद परिजनों ने डॉक्टर से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि आप उसको लेकर क्लीनिक आ जाए, क्लीनिक में डॉक्टर नहीं थे जो वहां पर तैनात थे। वह बच्ची को रेफर किया जैसे गेट के बाहर निकले 10 मिनट बाद बच्ची की मौत हो गई। मौत की सूचना पर मां संतरानी देवी, पिता रामबाबू निषाद का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। परिजन झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे। दो बहनों में मृतक लड़की पारुल सबसे बड़ी थी। घटना के संबंध में थाना प्रभारी विद्या प्रकाश सिंह ने बताया कि मामला जानकारी में आया है, मौके पर पुलिस टीम गई है और नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।