राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया रक्षाबंधन उत्सव

प्रयागराज। अयोध्यापूरी बस्ती में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का रक्षाबंधन उत्सव समाज के सभी वर्गों एवं मातृ शक्ति की उपस्थिति में हर्षोल्लास एवं उत्साह के वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता भोला नाथ कुशवाहा ने की तथा प्रोफेसर सतपाल, काशी प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
इस मौके पर मुख्य वक्ता प्रोफेसर सतपाल तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छह प्रमुख उत्सवों में रक्षाबंधन का विशेष स्थान है, जिसे संघ समरसता के पर्व के रूप में मनाता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज को एक-दूसरे की रक्षा करने और सदैव एकजुट रहने के संकल्प का प्रतीक है।
“रक्षाबंधन का उत्सव केवल भाई और बहनों तक सीमित नहीं था, रक्षाबंधन का उत्सव भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से चली आ रही है, पहले यह उत्सव दूसरे रूप में मनाया जाता था जिसमें ग्राम के वरिष्ठ व्यक्ति ग्रामवासियों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते थे, जिसका एकमात्र भाव था कि सभी ग्रामवासी एकजुट रहें और पूरे ग्राम समाज की रक्षा करें। रक्षाबंधन का यह पावन पर्व समाज के प्रत्येक व्यक्ति का यह संकल्प है कि वह राष्ट्र की रक्षा, समाज की रक्षा, पर्यावरण की रक्षा और समस्त प्राणिमात्र की रक्षा करेगा।”
कार्यक्रम के समापन पर अध्यक्षता कर रहे भोला नाथ कुशवाहा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रज्जू भैया नगर संघचालक रवि प्रकाश, भाग के सेवा प्रमुख सत्येन्द्र, एवं भाग व्यवस्था प्रमुख आत्मादेव, नगर कार्यवाह भूपेन्द्र, नगर कार्यकारिणी तथा बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, मातृशक्ति, बच्चे तथा नगर के सभी भद्रजन उपस्थित रहे।
सभी ने एक-दूसरे को राखी बांधकर समाज में परस्पर सहयोग, सौहार्द और राष्ट्रीय एकता के संकल्प को पुनः दोहराया।