– तथाकथित किसान संगठनों में आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई, किसानों की समस्याओं के समाधान की उठाई मांग
फतेहपुर। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में नहर कॉलोनी में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक के उपरांत संगठन की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें किसान हितों से जुड़े गंभीर मुद्दों पर संज्ञान लेने की मांग की गई।
ज्ञापन में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सशक्त नेतृत्व में प्रदेश की कानून-व्यवस्था में ऐतिहासिक सुधार हुआ है और आमजन स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद कुछ तथाकथित किसान संगठनों में आपराधिक प्रवृत्ति के लोग पदों पर आसीन हो गए हैं। ये लोग किसान हितों की आड़ में व्यापारियों से अवैध वसूली, गरीबों की जमीनों पर कब्जा, टोल प्लाजा पर अव्यवस्था फैलाने और थानों पर अनावश्यक धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन पर दबाव बनाने जैसे कृत्यों में संलिप्त हैं। भाकियू (अराजनैतिक) ने मांग की है कि ऐसे संगठनों और उनके पदाधिकारियों की गहन जांच कराई जाए तथा जिन लोगों का आपराधिक इतिहास पाया जाए, उनके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि किसान आंदोलन की गरिमा बनी रहे और समाज में शांति एवं विकास का वातावरण कायम हो सके। इसके साथ ही संगठन ने किसानों की ज्वलंत समस्याओं को भी प्रमुखता से उठाया। ज्ञापन में कहा गया कि जनपद फतेहपुर में अन्ना एवं जंगली मवेशियों से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। खेतों की सुरक्षा के लिए कंटीली तार की बाउंड्री पर 90 प्रतिशत अनुदान दिया जाए तथा गौशालाओं की जांच कर अभियान चलाकर अन्ना मवेशियों को वहां भेजा जाए। किसानों ने गांवों में विद्युत विभाग द्वारा जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जाने पर भी आपत्ति जताई और इसे रोके जाने की मांग की। नलकूपों के विद्युत कनेक्शन के लिए किसानों द्वारा लाखों रुपये जमा करने के बावजूद सात माह से पोल, तार और ट्रांसफार्मर न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की गई और शीघ्र सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की गई।
उर्वरक संकट को लेकर कहा गया कि सहकारी समितियों में किसानों को यूरिया खाद के लिए सुबह से शाम तक लंबी लाइनें लगानी पड़ रही हैं, फिर भी पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है। सहकारी समितियों में यूरिया की आपूर्ति बढ़ाने तथा निजी दुकानों पर जबरन जिंक सल्फेट आदि बेचने और अधिक मूल्य वसूली की जांच कराने की मांग की गई। इसके अलावा धान क्रय केंद्रों पर किसानों के धान की प्राथमिकता से खरीद सुनिश्चित करने, दलालों व व्यापारियों की भूमिका की जांच कराने तथा नहरों और रजबहों में हेड से टेल तक पानी पहुंचाने की भी मांग रखी गई। इस मौके पर जिला अध्यक्ष राजकुमार गौतम के साथ अंकित सिंह, प्रदीप सिंह, दीपक गुप्ता, प्रीतम सिंह, महेंद्र सिंह भदोरिया, आशु सिंह, अजय प्रताप सिंह, सोनू सिंह, गुलाब यादव, सोनू गौतम (असोथर), उमेश सिंह परमार, सोनू गौतम (बहुआ), बबलू सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
